उमरिया।। बीते दिनों बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के -पतौर परिक्षेत्र अंतर्गत 12 ग्रामीण आदिवासियों के खिलाफ वन विभाग के एस.डी.ओ. ने जबरन और फर्जी मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेज दिया था। जबकि ग्रामीण आदिवासियों के द्वारा ऐसा कोई भी गुनाह या जुर्म नहीं किया गया जिसके लिए इतनी बड़ी सजा दी जाए। इसी कार्यवाही के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी ने जिले के कलेक्टर और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक से मुलाकात कर मामले की जांच करने की मांग की है।
भारतीय जनता पार्टी उमरिया के जिला अध्यक्ष आशुतोष अग्रवाल के नेतृत्व और भाजपा के वरिष्ठ नेता मिथलेश मिश्रा के मार्गदर्शन में 12 ग्रामीण आदिवासियों के ऊपर वन विभाग की द्वेषपूर्ण और फर्जी कार्यवाही के खिलाफ जिले के कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक अनुपम सहाय से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा है।भाजपा जिला अध्यक्ष आशुतोष अग्रवाल ने बताया कि 27 अगस्त को कुछ ग्रामीण आदिवासी सड़क किनारे लगी पिहरी तोड़ रहे थे,उनके द्वारा किसी भी तरह का वन अधिनियम का उल्लंघन नहीं किया गया।लेकिन एस.डी.ओ. भूरा गायकवाड़ के द्वारा मामले को फर्जी और मनगढ़ंत बनाते हुए ग्रामीणों को जंगल में प्रवेश करने और जंगली जानवरों का पीछा करने का निराधार और तथ्यहीन आरोप लगाकर मुकदमा दर्ज किया है। इसके अलावा कुछ राहगीरों को भी जबरन में आरोपी बनाया है। इस तरह से पनपथा-पतौर क्षेत्र के एस.डी.ओ. के द्वारा निर्दोष ग्रामीण आदिवासियों के ऊपर फर्जी तरीके से मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेज दिया।
इसी मामले के खिलाफ भाजपा के नेताओं ने जिले के कलेक्टर और क्षेत्र संचालक बांधवगढ़ से मांग की है कि मामले की पुनःजांच कराकर ग्रामीणों के ऊपर फर्जी और झूठा केश दर्ज करने वाले एस.डी.ओ. भूरा गायकवाड के खिलाफ कार्यवाही की जाए। नेताओं ने बताया कि वह इस मामले को अपने वरिष्ठ नेताओं तक लेकर जाएंगे। इस दौरान भाजपा महामंत्री दीपक छतवानी, उपाध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह गहरवार,भाजपा नेता दिनेश पांडे, धनुषधारी सिंह,सुमित गौतम,विनय मिश्र,मनीष सिंह, मौजीलाल चौधरी सहित मामले में आरोपी रहे ग्रामीण और उनके परिजन उपस्थित थे।