पिता के मस्तक से बेटियों की शादी की चिंता को सरकार ने किया समाप्त- जिला प्रभारी मंत्री
प्रदेश सरकार जन जन के कल्याण के लिए कर रही विभिन्न योजनाओं का संचालन - कलेक्टर
उमरिया 7 मई। प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री कन्या विवाह, निकाह योजना के तहत लाखो बेटियों की शादी करा चुकी है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना ने पिता के मस्तक से बिटिया की शादी की चिंता को समाप्त कर दिया है। अब घर जैसे वातावरण में बेटियों का विवाह संपन्न कराया जा रहा है। उक्त आशय के विचार प्रदेश शासन के अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री ने जिला मुख्यालय के कॉलरी स्कूल परिसर में आयोजित मुख्यमंत्री कन्या विवाह, निकाह कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये।उन्होंने कहा कि बेटियों के जन्म से लेकर उनके विवाह तक की व्यवस्था प्रदेश सरकार ने की है। जन्म लेने पर लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ, छात्रवृत्ति, स्कूल जाने के लिए निशुल्क सायकल, गणवेश, विवाह योग्य होने पर मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के संर्वागीण विकास के लिए प्रदेश सरकार कृत संकल्पित है। महिलाओं को लाड़ली बहना योजना के तहत 1250 रुपये दिए जा रहे है, उस राशि का उपयोग वे अपने एवं अपने परिवार के जीवन को बेहतर बनाने में कर रही हैं। इसी तरह महिलाए स्व सहायता समूह से जुड़कर आत्म निर्भर बन रही है। किसानों को पी एम किसान सम्मान निधि योजना एवं मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना का लाभ दिया जा रहा है। कृषि के क्षेत्र में नई नई तकनीकों एवं विधियों को ईजाद किया गया है, ताकि किसानों के लिए खेती को लाभ का धंधा बनाया जा सके।उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत ग्रामो में पक्की सड़को जाल बिछाया गया है। नल जल योजना के माध्यम से शुद्ध पेयजल आम जनों को उपलब्ध कराया जा रहा है।विधायक बांधवगढ़ शिव नारायण सिंह ने कहा कि बेटी है तो कल है। बेटियां एक कुल नही बल्कि दो कुलो का नाम रोशन करती है। नर की सेवा नारायण की सेवा मानते हुए प्रदेश सरकार काम कर रही है, और अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ पहुँचा कर पहली पंक्ति में लाने का काम कर रही है।कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन ने कहा कि पहले जब घर मे बेटी पैदा होती थी,तो उनके माता पिता बेटी की पढ़ाई, शादी की चिंता में डूब जाते थे। बेटी के विवाह के लिए साहूकारो से कर्जा लेते थे, लेकिन मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के प्रारंभ होने से माता पिता बेटियों की शादी की चिंता से मुक्त हो गए है। उन्होंने कहा कि एक जोड़े पर प्रदेश सरकार द्वारा 55 हजार रुपये व्यय किये जा रहे है, जिसमे 49 हजार रुपये का चेक वधू को दिया जाता है, शेष 6 हजार रुपये शादी की व्यवस्था में व्यय किये जाते है। प्रदेश सरकार ने जन जन के कल्याण के विभिन्न योजनाओं का संचालन किया है।कार्यक्रम को जनप्रतिनिधि आशुतोष अग्रवाल ने संबोधित करते हुए नव जोड़ो को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने हर वर्ग के कल्याण के लिए जन हितैषी योजनाओं का संचालन किया है। जिसका लाभ आम जनों को प्राप्त हो रहा है। आम जनों की खुशहाली एवं तरक्की के लिए प्रदेश सरकार निरंतर रूप से कार्य कर रही हैं। मुख्यमंत्री कन्या विवाह, निकाह योजना ने हजारो बेटियों के जीवन में खुशियां लाने का कार्य किया है। कार्यक्रम में बिरहुलिया के कलाकारों व्दारा नृत्य की प्रस्तुति दी गई।कार्यक्रम के पूर्व 326 जोड़ो की बारात कॉलरी स्कूल प्रांगण से निकाली गई जिसमें 3 जोड़े कल्याणी , एक जोड़ा अंतरजातीय तथा दो अनाथ वधुएं थी, जिनके माता पिता दोनो नही थे , शामिल रहे। बारात में जिला प्रभारी मंत्री नागर सिंह चौहान, कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन, वनमंडला अधिकारी विवेक सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष अनुजा पटेल, सीईओ जिला पंचायत अभय सिंह, जनप्रतिनिधि आसुतोष अग्रवाल, मिथिलेष मिश्रा, जनपद पंचायत करकेली अध्यक्ष प्रियंका मून सिंह, शंभूलाल खट्टर सहित अन्य जनप्रतिनिधि शामिल हुए। बारात का स्वागत प्रशासन की तरफ से सीईओ जनपद पंचायत करकेली एवं नोडल अधिकारी हरनीत कौर कलसी तथा उप संचालक सामाजिक न्याय विभाग राजीव गुप्ता ने किया। कार्यक्रम के अंत में कुमारी मुस्कान बैगा ग्राम भरौला , राधा कोल ग्राम बडेरी, रूकमणि काछी ग्राम लोढा को 49 हजार रूपये का चेक मुख्य अतिथि सहित अन्य अतिथियों व्दारा प्रदाय किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सहित अन्य अतिथियों ने नव वर वधुओ पर पुष्प वर्षा कर उन्हें शुभाशीष प्रदान किया। कार्यकम का संचालन श्री सुषील मिश्रा ने किया।