बांंधवगढ टाईम्स अपडेट /--रानीदुर्गावती के बलिदान दिवस पर युवाओं ने किया वृक्षारोपण
उमरिया-युवाओं द्वारा रानी दुर्गावती जी के बलिदान दिवस पर युवाओं ने महान वीरांगना रानी दुर्गावती की मूर्ति पर मालार्पण किया गया। नेहरू युवा केन्द्र उमरिया कार्यालय में पौधा लगा कर पौधारोपण किया गया। युवाओं ने बताते हुए कहा कि रानी दुर्गावती सभी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा के रूप पर हैं।रानीदुर्गावती रानी दुर्गावती सुन्दर, सुशील, विनम्र, योग्य एवं साहसी लड़की थी. महारानी दुर्गावती कालिंजर के राजा कीर्तिसिंह चंदेल की एकमात्र संतान थीं। बांदा जिले के कालिंजर किले में 1524 ईसवी की दुर्गाष्टमी पर जन्म के कारण उनका नाम दुर्गावती रखा गया। नाम के अनुरूप ही तेज, साहस, शौर्य और सुन्दरता के कारण इनकी प्रसिद्धि सब ओर फैल गयी।भारत देश की एक महान वरांगना, जिसका नाम रानी दुर्गावती है। रानी दुर्गावती एक बहादुर और साहसी महिला थी। इन्होने अपनी पति की मृत्यु के बाद अपने राज्य को संभाला और अपने राज्य के रक्षा के लिए बहुत से युद्ध भी लड़े और अंत में राज्य की रक्षा के लिए ये मुगलों से भी लड़ गई और अपने राज्य की रक्षा करते हुए ये वीरगति को प्राप्त हो गई। इनकी वीरता और साहस के सामने बहुत से राजा टिक भी नही पाते थे। इसीलिए आज भी रानी दुर्गावती का इतिहास में एक अलग ही नाम है। रानी दुर्गावती के पति की मृत्यु के बाद ये गोंडवाना राज्य की उत्तराधिकारी बनी और लगभग 15 वर्षो तक इन्होने गोंडवाना में शासन किया।जिसमे जन अभियान परिषद जिला समंवयक शिवशंकर शर्मा,नेहरु युवा केन्द्र के लेखापाल देवेन्द्र द्विवेदी, युवा नितिन बशानी, हिमांशु तिवारी,दीपू दुबे,महेंद्र तिवारी, नीलू गौस्वामी, ऋषभ तिवारी एवं सभी उपस्थित रहे।